मंगलवार, 8 मई 2012

चंद बोतलों में गहरा होता मुनाफे का नशा

नई दिल्ली से जहीर खान 
बड़ी संख्या में अमीर भारतीय रेयर (दुर्लभ) ह्विस्की बॉटल्स खरीद रहे हैं। पीने की बजाय वे इसे सहेजकर रख रहे हैं। इसकी वजह यह है कि स्पेशल सिंगल माल्ट में निवेश की लोकप्रियता बढ़ रही है। साथ ही इनके कलेक्शन को लेकर दुनिया भर में लोगों के बीच जुनून भी बढ़ रहा है। मिसाल के तौर आप इस वाकये को ले सकते हैं। मौजूदा समय में दुनिया भर में डालमोर ट्रिनिटस की केवल तीन बोतलें हैं। 64 साल पुरानी इस सिंगल माल्ट ह्विस्की की एक बोतल का दाम आज 1,00,000 पौंड है। 

डालमोर ट्रिनिटस की तीन में से दो बोतलें भारतीय मूल के लोगों के पास हैं। एक बोतल दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन ह्विस्की रीटेलर द ह्विस्की एक्सचेंज के मालिक सुखविंदर सिंह के पास है, जबकि दूसरी अटलांटा में रहने वाले उद्योगपति महेश पटेल के पास है। पटेल यूनिवर्सल ह्विस्की एक्सपीरिएंस नाम की फर्म चलाते हैं, जो लग्जरी और सुपर प्रीमियम लग्जरी इवेंट्स को प्रमोट करती है। 

पटेल का कहना है, 'ह्विस्की कलेक्शन को लेकर 22 साल पहले मेरे भीतर जुनून पैदा हुआ। उस समय मैं ब्रिटेन में इंजीनियरिंग स्टूडेंट था।' उन्होंने बताया, 'इसके बाद मैं अमेरिका चल गया और एक उद्यमी बन गया। मैंने निवेश के लिहाज से रेयर बॉटल्स कलेक्शन का विकल्प तलाशना शुरू किया और यह आइडिया ह्विस्की इवेंट होस्ट करने वाली कंपनी बनाने के रूप में तब्दील हुआ।' 

सिंह ने भी 25 साल पहले शौक के रूप में ह्विस्की कलेक्शन शुरू किया था और वे इसकी बढ़ती कीमत से खासे चौंक गए थे। 1980 के दशक में उन्होंने 50 साल पुरानी मैकेलन में निवेश किया, तब उनके इनवेस्टमेंट की वैल्यू 500 पौंड थी। मौजूदा समय में इसकी वैल्यू 25,000 पौंड से ज्यादा है। 

उनका कहना है, 'हमने करीब 15-20 साल पहले जो ह्विस्की कलेक्ट की थी, वह अब रेयर ह्विस्की हो गई है, क्योंकि अब वह उपलब्ध नहीं है।' फिलहाल ह्विस्की कलेक्टर्स क्लब में अमीर भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ रही है, क्योंकि साल 2011 को खत्म पिछले 4 साल में टॉप 10 ह्विस्की में किया गया निवेश 400 फीसदी बढ़ा है। जबकि इस दौरान सोने में किया गया निवेश 146 फीसदी और हीरे में किया निवेश 10 फीसदी बढ़ा है। 

पटेल का कहना है, 'भारतीयों के लिए हमेशा से ह्विस्की पीने की चीज रही है। लेकिन अब देखने को मिल रहा है कि बड़ी संख्या में युवा भारतीय ह्विस्की में निवेश कर रहे हैं।' पटेल के कलेक्शन में करीब 2,000 रेयर बॉटल्स शामिल हैं, जिसमें अर्डबेग प्रोवेनैंस भी शामिल है। पटेल ने इसे 1990 के दशक में 200 पौंड में खरीदा था। आज दुनिया में इसकी कुछ ही बॉटल्स बची हैं।

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